Waqf Bill: वक्फ बिल पर मुस्लिम समाज का फूटा गुस्सा तो ‘मोदी के हनुमान’ बोले- आपकी नाराजगी मेरे सिर-आंखों पर, वक्त बताएगा…

Waqf Bill: वक्फ संशोधन विधेयक संसद से पास हो चुका है, जिसको लेकर कई मुस्लिम संगठनों की नाराजगी देखने को मिल रही है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने वक्फ संशोधन को लेकर किए समर्थन पर मुस्लिम समाज की नाराजगी के आरोपों पर कहा कि आपकी नाराजगी मेरे सिर आंखों पर है, लेकिन हकीकत यह है कि मेरे नेता ने सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने का काम किया था, मेरी रगों में उनका ही खून है।
लोकजन शक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया ने कहा कि वक्त बताएगा कि चिराग पासवान के द्वारा लिए फैसले आपके हक में थे या नहीं। तब तक आप मेरे से नाराजगी रखें तो चिराग पासवान का समर्पण अल्पसंख्यक वर्ग, मुसलमानों के प्रति है, उससे बड़ा मेरा समर्पण रामविलास पासवान के विचारों के प्रति है। उनकी विचारधारा सामाजिक न्याय की रही है। इसके साथ मैंने कभी समझौता नहीं किया, ना भविष्य में करेंगे।
आने वाला समय बताएगा वक्फ बिल पर हमारा फैसला सही है- चिराग पासवान
चिराग पासवान ने कहा कि आने वाला समय बताएगा, इस फैसले को लेने से पहले हर बिंदू पर विचार किया गया है। हम लोगों की भी चिंता थी, जब ये विधेयक सामने आया, जेपीसी की मांग हमने की। पार्टी की तरफ से हमारे सांसद अरुण भारती ने जेपीसी में अपने पक्ष को रखा। ये बिल मुसलमानों के बिल्कुल भी खिलाफ नहीं हैं।
अगर किसी व्यक्ति को इस बात पर आपत्ति है तो वो कोर्ट जा सकता है- चिराग पासवान
चिराग पासवान ने कहा, “हमारे संविधान में पहले से ही प्रावधान है कि अगर किसी व्यक्ति को इस बात पर आपत्ति है कि उसके साथ न्याय नहीं हुआ तो वह कोर्ट जा सकता है। हमने वक्फ में जो संशोधन किए थे, वह इसी पर थे, क्योंकि ज्यादातर मामलों में वे कोर्ट नहीं जा सकते थे, इसी में संशोधन किया गया है। हर व्यक्ति, पार्टी स्वतंत्र है, खुद लालू यादव ने कहा था कि इसे और कठोर कीजिए, ये उनके शब्द थे लेकिन आज जब इसे सख्त बना दिया गया है तो उनकी खुद की पार्टी कोर्ट जाने की बात करती है।
संसद में पास हुआ वक्फ संशोधन बिल
वक्फ संशोधन बिल 2025 संसद में पास हो गया है। 17 घंटे से ज्यादा चली चर्चा के बाद दोनों सदनों में बिल पास हो गया। सबसे पहले लोकसभा में ये बिल पेश किया गया, जिस पर सभी पार्टियों के नेताओं ने अपनी-अपनी बात रखी और देर रात करीब 2.30 बजे वक्फ संशोधन बिल को लोकसभा से मंजूरी मिल गई। लोकसभा में बिल के पक्ष में 288 और विरोध में 232 वोट पड़े। अगले दिन बिल को राज्यसभा में पेश किया गया। यहां भी लंबी और सार्थक चर्चा के बाद रात करीब 2.50 बजे बिल को पास कर दिया गया। राज्य सभा में बिल के पक्ष में 128 और विरोध में 95 वोट पड़े। अब राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद बिल कानून बन जाएगा।