‘किसानों को हटाने का मकसद हाईवे खुलवाना या केजरीवाल के लिए राज्यसभा का रास्ता’, स्वाति मालीवाल ने क्या-क्या आरोप लगाए?

Shambhu border Farmers Issue: दिल्ली में किसानों का आंदोलन को पूरा बढ़ावा देने वाली आम आदमी पार्टी पंजाब में अन्नदाता को उठाकर फेंकने में एक पल नहीं झिझकी। हरियाणा से लगते शंभू बॉर्डर से AAP की पंजाब सरकार ने अचानक किसानों के टैंट उखाड़ दिए।
प्रदर्शनकारियों को जबरन हटा दिया गया, जो अपनी मांगों को लेकर एक साल से धरने पर बैठे थे। इस पूरे घटनाक्रम पर AAP की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने अरविंद केजरीवाल और पार्टी पर सवाल खड़े किए हैं।
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें एक बुलडोजर किसानों के अस्थायी टैंटों को ध्वस्त कर रहा था। स्वाति मालीवाल लिखती हैं- ‘किसानों पर देर रात हुए अत्याचार का मकसद हाईवे खुलवाना नहीं, केजरीवाल के लिए राज्यसभा का रास्ता खोलने का है। केजरीवाल को लगता है ऐसा करने से लुधियाना का व्यापारी खुश होगा, चुनाव जीतेंगे और अरोड़ा की राज्यसभा सीट ख़ाली होगी।’
स्वाति मालीवाल ने केजरीवाल पर और भी आरोप लगाए
स्वाति मालीवाल आगे लिखती हैं- ‘जब किसान दिल्ली बैठे थे तब पंजाब में चुनाव भी आने वाले थे। उस समय किसानों को खुश करने के लिए केजरीवाल ने खुद को सेवादार बताया था। अब जब किसान पंजाब में बैठे हैं तो केजरीवाल ने आंदोलन को बातचीत से नहीं, जोर-ज़ुल्म से खत्म करने का प्रयास किया। ऐसा दोहरा रवैया क्यों? वार्ता की जगह ऐसा तानाशाही मार्ग अपनाना केजरीवाल के गुस्से और बदले की भावना का एक और उदाहरण है।’
सालभर से शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे थे किसान
तमाम मांगों को लेकर किसान फरवरी 2024 से पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे थे। किसान दिल्ली कूच के लिए किसान निकले थे, जिन्हें हरियाणा सरकार ने राज्य में एंट्री से पहले ही शंभू बॉर्डर पर रोक दिया था। तब से वहीं महीनों तक किसान जमकर बैठ गए। बुधवार देर शाम एकाएक कार्रवाई में पंजाब पुलिस ने जबरन किसानों को वहां से खदेड़ दिया। पंजाब पुलिस ने अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर समेत कई किसान नेताओं को भी हिरासत में ले लिया।