तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को कन्हैया कुमार ने बताया ‘सोची-समझी साजिश’, BJP बोलीं- कांग्रेस का इकोसिस्टम खुश नहीं…

Kanhaiya Kumar on Tahawwur Rana Extradition: मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को 16 साल के बाद भारत लाया गया है। कोर्ट ने राणा को 18 दिनों की NIA हिरासत में भेज दिया।
जहां आतंकी के प्रत्यर्पण को मोदी सरकार बड़ी ‘कूटनीतिक जीत’ बता रही है। तो वहीं विपक्षी पार्टियों के इस पर अलग-अलग बयान आ रहे हैं। चिदंबरम जैसे कांग्रेस नेता इसका क्रेडिट UPA सरकार को देने में लग गए। कन्हैया कुमार ने तो इसे BJP की सोची-समझी साजिश बता दिया।
साल 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले का तहव्वुर राणा मास्टमाइंड था। हमले में 10 आतंकियों ने 166 बेगुनाह लोगों की जान ले ली थीं। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राणा की अर्जी को खारिज कर दिया था। इसके बाद उसे भारत लाया गया।
नाकामियों से ध्यान भटकाने की चाल- कन्हैया कुमार
तहव्वुर राणा को भारत लाने के बाद पूरे देश में उसके गुनाहों का हिसाब करने की मांग उठ रही है। मुंबई आतंकी हमले के पीड़ित उसे फांसी देने की अपील कर रहे हैं। इस बीच कुछ नेता इसे भी सियासी मुद्दा बना रहे हैं। तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर बयानबाजी का सिलसिला जारी है। इस पर अब कन्हैया कुमार ने टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक चाल है जिससे विभिन्न वादों को पूरा करने में केंद्र सरकार की ‘विफलता’ से जनता का ध्यान भटकाया जा सके।
बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस नेता ‘पलायन रोको, नौकरी दो पदयात्रा’ निकाल रहे हैं। इस बीच उन्होंने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के बयान को खारिज किया, जिसमें उन्होंने राणा के प्रत्यर्पण को कूटनीतिक जीत बताया। उन्होंने कहा कि BJP के पास क्योंकि कोई बताने लायक कोई उपलब्धि नहीं है, इसलिए वह किसी न किसी बहाने जनता के मुद्दों को भटकाने की कोशिश करती है। वक्फ बिल भी इसी का एक और उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने दावा किया कि वह गरीब मुसलमानों के फायदे के लिए यह कानून लाई है। ऐसी सरकार की बात पर कौन यकीन करेगा, जो लोगों को अपनी छतों पर नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं देती?”
शहजाद पूनावाला का पलटवार
कन्हैया कुमार के इस बयान को लेकर BJP ने कांग्रेस को घेरा। BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “कन्हैया कुमार, कांग्रेस का इकोसिस्टम इस बात से खुश नहीं है कि 26/11 के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया है। उसी कन्हैया ने नक्सलियों को शहीद करार दिया था। पृथ्वीराज चव्हाण कहते हैं, ‘राणा को कानूनी अधिकार दिए जाने चाहिए’। उस समय कांग्रेस ने 26/11 के अपराधियों पर कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि फली मेजर ने UPA सरकार से कहा था… फिर उन्होंने पाकिस्तान को क्लीन चिट देने के लिए हिंदू आतंकवाद का नाम लिया और अब ये आतंकवाद पर एक बड़ी कूटनीतिक और कानूनी जीत का मजाक उड़ा रहे हैं। कांग्रेस का हाथ हमेशा आतंक के साथ।”
चिदंबरम बोले- ये UPA काल की जमीनी तैयारी का नतीजा
इससे पहले कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने राणा के प्रत्यर्पण को साल 2014 के पहले की यूपीए सरकार की तैयारी का नतीजा बताया। कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने गुरुवार को कहा कि ये यूपीए काल की जमीनी तैयारी के सालों का नतीजा है।