
Pahalgam Terror Attack: हमले में शामिल आतंकियों की हुई पहचान, NIA ने संभाली जांच
सुरक्षा एजेंसियों ने घटना में शामिल छह आतंकियों के स्केच जारी कर दिए हैं।
आतंकियों के स्केच
जम्मू: हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। केंद्र सरकार ने इस हमले को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ी चेतावनी माना है। डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्री के दिल्ली लौटने के तुरंत बाद शाम 6 बजे सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की आपात बैठक बुलाई गई है। यह बैठक प्रधानमंत्री आवास पर होगी, जिसमें रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।
आतंकियों के स्केच जारी, दो स्थानीय की पहचान
पहलगाम हमले की जांच में अहम सुराग मिले हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने घटना में शामिल तीन आतंकियों (अबु तलहा, आसिफ फौजी, सुलेमान शाह) के स्केच जारी किए हैं। इनमें से दो आतंकियों की पहचान स्थानीय नागरिक के तौर पर हुई है, जबकि बाकी चार के पाकिस्तान से जुड़े होने का संदेह है। खुफिया एजेंसियों द्वारा जुटाए गए सबूतों और चश्मदीदों के बयानों के आधार पर यह जानकारी दी गई है।
सेना प्रमुख से रक्षा मंत्री की बैठक
आतंकी हमलों और सीमाओं पर बढ़ते तनाव को देखते हुए रक्षा मंत्री ने सेना प्रमुख के साथ विस्तृत चर्चा की। इस बैठक में सीमावर्ती इलाकों में सेना की तैनाती, आतंकी गतिविधियों के जवाब में उठाए जा रहे कदमों और आगामी सुरक्षा रणनीतियों पर चर्चा की गई। रक्षा मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
NIA की जांच में एंट्री
पहलगाम आतंकी हमले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के हाथों में है। केंद्र सरकार ने इसे संगठित और सुनियोजित हमला मानते हुए जांच एनआईए को सौंप दी है। महानिरीक्षक (आईजी) स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में एजेंसी की एक विशेष टीम पहलगाम पहुंच चुकी है। यह टीम स्थानीय पुलिस, सेना और अन्य खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर जांच करेगी। एनआईए का फोकस मुख्य रूप से हमले की साजिश, इसमें शामिल आतंकियों की पहचान, उनके नेटवर्क और पाकिस्तान से किसी भी संभावित लिंक की जांच पर है। सरकार ने साफ कर दिया है कि इस हमले में शामिल एक भी आतंकी या उनके मददगार को बख्शा नहीं जाएगा।
सेना जैसी वर्दी और अमेरिकी हथियार
जांच में एक और चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ है कि हमले में शामिल आतंकी सेना जैसी छद्म वर्दी पहनकर बैसरन घाटी पहुंचे थे। उनके पास अमेरिकी एम4 कार्बाइन और रूसी एके-47 राइफल समेत अत्याधुनिक हथियार थे। शुरुआती जांच के मुताबिक आतंकियों ने करीब 50 से 70 राउंड गोलियां चलाईं।