देश के प्रधानमंत्री बनेंगे CM योगी आदित्यनाथ? सवाल पर UP के मुख्यमंत्री ने दिया खुलकर जवाब, कहा- मैं वास्तव में…

CM Yogi Adityanath on becoming Prime Minister: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की पहचान उनकी बेबाक छवि हैं। हर मुद्दे पर वो जिस अंदाज में अपनी बातें रखते हैं, उसके लिए लोग उन्हें काफी पसंद भी करते हैं।
आने वाले समय में उन्हें कई लोग प्रधानमंत्री पद का दावेदार मानते हैं। क्या योगी आदित्यनाथ देश के प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं? ये सवाल जब उनसे पूछा गया, तो आइए जानते हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का क्या जवाब था?
UP के CM योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में समाचार एजेंसी PTI को इंटरव्यू दिया। इसमें वह वक्फ बिल से लेकर भाषा विवाद समेत देश से जुड़े तमाम मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखते हुए नजर आए। इंटरव्यू में सीएम योगी आदित्यनाथ से प्रधानमंत्री बनने पर भी सवाल किया गया।
PM बनने के सवाल पर क्या बोले CM योगी?
इंटरव्यू में सीएम योगी आदित्यनाथ से प्रधानमंत्री बनने को लेकर सवाल किया गया। उनसे पूछा गया, “RSS आपको पसंद करता है, PM मोदी आपको बहुत पसंद करते हैं, आपको उपयोगी (UPYOGI) कहते हैं। इस देश का एक बहुत बड़ा तबका आपको कभी न कभी प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहता है, इसके बारे में क्या कहेंगे आप?’
सवाल पर जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा, “मैं उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं। उत्तर प्रदेश की जनता के लिए पार्टी में मुझे यहां लगाया है। राजनीति मेरे लिए एक फुल टाइम जॉब नहीं है। ठीक है, इस समय हम यहां पर काम कर रहे हैं, लेकिन मैं वास्तव में हूं तो एक योगी ही। हम लोग जिस समय तक हैं, काम कर रहे हैं। इसकी भी एक समय सीमा होगी।”
.तो मैं यहां बैठा होता क्या?’
इस दौरान सीएम योगी ने केंद्रीय नेताओं के साथ मतभेद के सवालों पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, “मतभेद का सवाल कहां से आता है? आखिर मैं पार्टी के कारण ही यहां बैठा हूं। अगर केंद्रीय नेताओं से मेरे मतभेद हैं तो क्या मैं यहां बैठा रह सकता हूं? दूसरी बात यह है कि (चुनाव) टिकटों का बंटवारा पार्टी के संसदीय बोर्ड द्वारा किया जाता है और सभी मामलों पर संसदीय बोर्ड में चर्चा होती है। मामले उचित जांच के बाद ही वहां पहुंचते हैं। इसलिए बोलने के लिए कोई भी कुछ भी कह सकता है… कोई किसी का मुंह बंद नहीं कर सकता।”
CM योगी ने महाकुंभ में आए 66 करोड़ श्रद्धालुओं से क्या सीखने की दी सलाह?
CM योगी आदित्यनाथ इस दौरान सड़कों पर नमाज पढ़ने से रोकने के फैसले को सही बताते नजर आए। उन्होंने इस दौरान महाकुंभ में आगे लोगों से अनुशासन सीखने की भी सलाह दी।
उन्होंने कहा कि सड़कें चलने के लिए होती हैं और जो लोग ऐसा कह रहे हैं… उन्हें हिंदुओं से अनुशासन सीखना चाहिए। प्रयागराज में 66 करोड़ लोग आए। कहीं कोई लूटपाट नहीं हुई, कहीं कोई आगजनी नहीं हुई, कहीं कोई छेड़छाड़ नहीं हुई, कहीं कोई तोड़फोड़ नहीं हुई, कहीं कोई अपहरण नहीं हुआ… यही अनुशासन है, यही धार्मिक अनुशासन है। वग श्रद्धा के साथ आए, ‘महास्नान’ में भाग लिया और फिर अपने गंतव्य की ओर बढ़ गए। त्योहार और उत्सव या ऐसे कोई भी आयोजन बदतमीजी का माध्यम नहीं बनने चाहिए। अगर आप सुविधा चाहते हैं, तो उस अनुशासन का पालन करना भी सीखें।”
वहीं, वक्फ संशोधन बिल के विरोध में उठ रही आवाज पर सीएम योगी ने कहा कि हर अच्छे काम का विरोध किया जाता है। उन्होंने कहा कि बिल का लाभ देश के मुसलमानों को भी मिलेगा।