
दिल्ली फिलिस्तीन सॉलिडेरिटी ऑर्गनाइजेशन ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन गाजा में इजरायल के हमलों के खिलाफ था। इस विरोध प्रदर्शन में छात्रों समेत बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया और फिलिस्तीनियों पर हमलों की निंदा की।
भारत सरकार पर सवाल
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान भारत सरकार की चुप्पी पर भी सवाल उठाए गए। सी.पी.आई. (एम) की सदस्य सुभाषिनी अली ने कहा कि गाजा में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ भारत सरकार चुप है। वहां हर दिन बच्चे मर रहे हैं और निर्दयी इजरायल लगातार हमले कर रहा है। बता दें, चार दिनों में इजरायल में 700 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। जिनमें से ज्यादातर बच्चे हैं।
मरने वालों की संख्या..
जानकारी के मुताबिक, जेएनयू के अध्यक्ष धनंजय ने कहा कि भारत सरकार को इस मामले में स्टैंड लेना चाहिए। उन्हें फिलिस्तीन पर हमारे पारंपरिक रुख पर फिर से जोर देना चाहिए। यह संगठन अखिल भारतीय छात्र संघ का हिस्सा है, जिसने नई दिल्ली के केंद्र में जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था। उन्होंने कहा, “जिस तरह से इजरायल गाजा पर हमला कर रहा है और संघर्ष विराम के बावजूद रोजाना 400 से ज्यादा लोगों को मार रहा है, मुझे लगता है कि यह मानवता और सभी सभ्य मूल्यों पर हमला है।” मरने वालों की संख्या करीब 50 हजार है।