पंजाब में कैसे कब्जा जमा रहे हैं अरविंद केजरीवाल? लुधियाना दौरे के बाद पारा चढ़ा, भगवंत मान के लिए बढ़ी टेंशन

Arvind Kejriwal Punjab: अरविंद केजरीवाल हार के बाद दिल्ली से ज्यादा इन दिनों पंजाब में दिखते हैं। खासकर सरकारी कामों में अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी खुद-ब-खुद कई सवाल उठाती है। पिछले दिन लुधियाना में भी कुछ ऐसा ही हुआ, जिसके बाद लोग पूछने लगे कि पंजाब के मुखिया भगवंत मान हैं या अरविंद केजरीवाल हैं।
अरविंद केजरीवाल के लुधियाना दौरे के बाद पारा तेजी से चढ़ा है।
अरविंद केजरीवाल दिल्ली में ना सिर्फ सत्ता से हटाए गए, बल्कि जनता ने चुनाव में उनका हार से सामना कराया। उसी हारने के बाद अरविंद केजरीवाल पंजाब में डेरा जमा चुके हैं। पंजाब में राजनीतिक उठापटक की अटकलों के बीच केजरीवाल लुधियाना में सिविल अस्पताल का दौरा करके चर्चा में हैं। वो इसलिए कि यहां पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान हैं, लेकिन राज्य के मंत्रियों से लेकर अधिकारियों तक सभी अरविंद केजरीवाल को ब्रीफ करते दिखे।
केजरीवाल के लुधियाना दौरे पर क्या चीजें अलग दिखीं?
असल में लुधियाना में सिविल अस्पताल का शुभारंभ किया गया था। यहां मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ अरविंद केजरीवाल मौजूद थे, लेकिन दिलचस्प ये कि बिना किसी संवैधानिक अधिकार वाले केजरीवाल मुख्यमंत्री भगवंत मान से आगे वो चल रहे थे और स्वास्थ्य मंत्री के साथ अधिकारियों ने सिविल अस्पताल के बारे में अरविंद केजरीवाल को ही जानकारी दी। मुख्यमंत्री होने के बावजूद भगवंत मान खामोशी के साथ अलग खड़े दिखाई दिए। सिर्फ यही नहीं, लुधियाना अस्पताल के उद्घाटन की शिला पट्टिका पर भगवंत मान के नीचे अरविंद केजरीवाल का भी नाम लिखा गया, जो पंजाब में किसी पद पर नहीं हैं।
केजरीवाल को लोगों ने बताया पंजाब का नया CM
लुधियाना के अस्पताल में दौरे की तस्वीरों के बाद लोग सवालिया तौर पर अरविंद केजरीवाल को पंजाब के प्रमुख बताने लगे हैं। एक ‘X’ यूजर ने लिखा- ‘पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री केजरीवाल को रिपोर्ट कर रहे हैं, जबकि सीएम भगवंत मान उनके पीछे-पीछे चल रहे हैं। क्या यह शासन है या रिमोट कंट्रोल?
अन्य यूजर रतन ढिल्लों लिखते हैं- ‘यह देखना बिल्कुल बेतुका है कि पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री अरविंद केजरीवाल को मामले समझा रहे हैं, जो मौजूदा विधायक भी नहीं हैं, जबकि सीएम भगवंत मान सिर्फ़ उनका पीछा कर रहे हैं। क्या मंत्रियों को ऐसा करने के निर्देश दिए गए हैं? केजरीवाल कौन होते हैं जो राज्य के मुख्यमंत्री पर हावी हो रहे हैं?’ केजरीवाल को लेकर पंजाब में चलीं कई अटकलें
दिल्ली में चुनाव हारने के बाद अटकलें शुरू हुई थीं कि अरविंद केजरीवाल पंजाब में भगवंत मान को हटाकर कुर्सी संभाल सकते हैं। चर्चाएं ये भी थीं कि पंजाब के जरिए राज्यसभा होते हुए अरविंद केजरीवाल संसद में भी एंट्री ले सकते हैं, क्योंकि यहां एक सीट खाली होने की संभावना है। ऐसा इसलिए कि लुधियाना पश्चिम सीट पर उपचुनाव होने हैं, जिसके लिए राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को AAP अपना कैंडिडेट घोषित कर चुकी है। इससे माना गया कि संजीव अरोड़ा अगर चुनाव जीतते हैं तो इन्हें विधानसभा और उनकी जगह केजरीवाल को राज्यसभा भेजा जा सकता है। फिलहाल पंजाब में ‘रिमोट कंट्रोल’ सरकार जैसी बातें कहीं ना कहीं भगवंत मान के लिए मुसीबत जरूर बढ़ा रही हैं।