हरियाणा बजट सत्र से पहले कांग्रेस की बैठक, नेता प्रतिपक्ष पर फैसला संभव

नई दिल्ली 5 मार्च (आईएएनएस)। हरियाणा कांग्रेस के नेताओं की एक अहम बैठक बुधवार को कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित की जाएगी। यह बैठक विधानसभा के आगामी बजट सत्र से पहले हो रही है, जो 7 मार्च से शुरू होगा।
इस बैठक को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है, क्योंकि इसे लेकर कई महत्वपूर्ण फैसलों की उम्मीद जताई जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, बैठक में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता के चुनाव पर फैसला हो सकता है। इसके अलावा, हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष के पद को लेकर भी बैठक में विचार-विमर्श होने की संभावना है।

हरियाणा विधानसभा चुनावों के नतीजे 8 अक्तूबर, 2024 को घोषित हुए थे, लेकिन अभी तक कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता नहीं चुना जा सका है। यह स्थिति विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर भी असमंजस की स्थिति उत्पन्न कर रही है। सीएलपी लीडर ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनेगा, इसके अलावा पार्टी के अन्य महत्वपूर्ण पदों जैसे चीफ व्हिप का भी फैसला होना बाकी है।

2019 से 2024 तक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधायक दल के नेता और नेता प्रतिपक्ष के रूप में कार्यरत थे। हालांकि, कांग्रेस पार्टी के अंदर गुटबाजी और आपसी कलह के चलते सीएलपी लीडर का चयन लटक गया है।

हरियाणा कांग्रेस के नेताओं की यह अहम बैठक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में आयोजित की जाएगी। विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद यह पहला मौका होगा, जब हरियाणा कांग्रेस के नेता एकजुट होंगे। इस बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी उपस्थित रहेंगे।

सूत्रों के मुताबिक, बैठक में पार्टी के नए प्रभारी बीके हरिप्रसाद, सह-प्रभारी जितेंद्र बघेल और प्रफुल्ल पटेल भी शिरकत करेंगे। इसके अलावा, प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा सांसद कुमारी सैलजा, और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला भी बैठक में शामिल होंगे।

हरियाणा कांग्रेस के नेताओं की बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे। दरअसल पिछले दिनों राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं की बैठक में गुटबाजी के खिलाफ अपने कड़े तेवर दिखाए थे, जिससे पार्टी में बड़े बदलाव की संभावना जताई जा रही है।

वर्तमान समय में हरियाणा कांग्रेस की कमान चौधरी उदयभान के हाथों में है, लेकिन विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि क्या आगामी बैठक में प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता के पद पर निर्णय लिया जाएगा।

हरियाणा बजट सत्र से पहले कांग्रेस की बैठक, नेता प्रतिपक्ष पर फैसला संभव

हरियाणा में बजट सत्र से पहले कांग्रेस पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है, जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। इस बैठक का मुख्य फोकस नेता प्रतिपक्ष के चयन पर रहेगा, जिसे लेकर पार्टी के भीतर कई दिनों से अटकलें लगाई जा रही हैं।

कांग्रेस की रणनीति और आगामी बजट सत्र

हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल की भूमिका निभा रही है। आगामी बजट सत्र में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने अपनी रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। इस बैठक में पार्टी नेता न केवल आगामी बजट सत्र को लेकर अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे, बल्कि राज्य की राजनीतिक स्थिति का भी आकलन किया जाएगा।

नेता प्रतिपक्ष का चयन क्यों महत्वपूर्ण?

हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष का पद पिछले कुछ समय से खाली पड़ा है। यह पद पार्टी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि नेता प्रतिपक्ष का मुख्य कार्य सरकार की नीतियों की समीक्षा करना और विधानसभा में प्रभावी ढंग से विपक्ष की भूमिका निभाना होता है। कांग्रेस हाईकमान इस पर जल्द से जल्द फैसला लेना चाहता है ताकि आगामी बजट सत्र में पार्टी एक संगठित और मजबूत विपक्ष के रूप में नजर आ सके।

कौन हो सकता है नया नेता प्रतिपक्ष?

कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए कई नाम चर्चा में हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच इस पर विचार-विमर्श किया जा रहा है और यह देखना दिलचस्प होगा कि अंतिम रूप से किसे इस पद के लिए चुना जाता है। सूत्रों के मुताबिक, कई वरिष्ठ नेता इस पद के दावेदार माने जा रहे हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:

  1. भूपेंद्र सिंह हुड्डा – पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के दिग्गज नेता। उनका अनुभव और राजनीतिक पकड़ उन्हें इस पद का मजबूत दावेदार बनाती है।
  2. रणदीप सुरजेवाला – राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के प्रवक्ता और हरियाणा की राजनीति में प्रभावशाली भूमिका निभाने वाले नेता।
  3. कुमारी शैलजा – पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्य में कांग्रेस की मजबूत महिला नेता।
  4. कर्ण दलाल – अनुभवी नेता, जो विधानसभा में पार्टी की आवाज को मजबूत कर सकते हैं।

कांग्रेस की मौजूदा स्थिति और चुनौतियाँ

हरियाणा में कांग्रेस की स्थिति मजबूत होते हुए भी पार्टी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

  1. आंतरिक कलह – कांग्रेस के भीतर गुटबाजी एक बड़ी समस्या बनी हुई है।
  2. बीजेपी और जेजेपी गठबंधन की चुनौती – राज्य में भाजपा-जेजेपी सरकार सत्ता में है और कांग्रेस को एक मजबूत विपक्षी रणनीति अपनाने की जरूरत है।
  3. आगामी चुनावों की तैयारी – हरियाणा में अगले कुछ वर्षों में विधानसभा चुनाव होंगे, जिसके लिए कांग्रेस को अभी से तैयारी करनी होगी।
  4. युवा और नए नेताओं को मौका देने की जरूरत – पार्टी को नए और युवा नेताओं को भी उभारने की आवश्यकता है।

बजट सत्र में कांग्रेस की संभावित रणनीति

बजट सत्र में कांग्रेस किन मुद्दों पर सरकार को घेर सकती है, इस पर भी इस बैठक में चर्चा की जाएगी। पार्टी के एजेंडे में निम्नलिखित प्रमुख मुद्दे हो सकते हैं:

  1. कृषि संकट और किसानों की समस्याएं – एमएसपी, फसल बीमा योजना और कृषि क्षेत्र में सरकार की नीतियों पर सवाल उठाना।
  2. बेरोजगारी – राज्य में बढ़ती बेरोजगारी और सरकारी नौकरियों की कमी पर सरकार को घेरना।
  3. महंगाई और आर्थिक स्थिति – हरियाणा में बढ़ती महंगाई और जनता पर पड़ रहे आर्थिक बोझ को लेकर सरकार की जवाबदेही तय करना।
  4. नवीन औद्योगिक नीति – राज्य में उद्योगों की स्थिति और नए निवेश को लेकर सरकार की नीतियों पर सवाल उठाना।
  5. शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र की स्थिति – सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की बदहाल स्थिति पर चर्चा।

कांग्रेस की आगे की रणनीति

कांग्रेस इस बैठक के माध्यम से न केवल बजट सत्र की तैयारी करेगी, बल्कि आगामी चुनावों की रणनीति पर भी चर्चा करेगी। पार्टी का उद्देश्य राज्य में अपनी पकड़ को और मजबूत करना है और इसके लिए संगठन को और मजबूत किया जाएगा।

निष्कर्ष

हरियाणा में कांग्रेस की इस बैठक को लेकर राजनीतिक हलकों में काफी उत्सुकता है। नेता प्रतिपक्ष के चयन से लेकर बजट सत्र की रणनीति तक, यह बैठक कई अहम फैसलों का गवाह बन सकती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस हाईकमान क्या निर्णय लेता है और पार्टी आगामी दिनों में किस दिशा में आगे बढ़ती है।

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