सुरंग में फंसे 8 मजदूर जिंदा हैं या…? आर्मी-नेवी के बाद अब रोबोट संभालेंगे कमान, तेलंगाना सुरंग ढहने की घटना के 10वें दिन की मुख्य बातें

तेलंगाना में सुरंग दुर्घटना के दस दिन बाद राज्य सरकार बचावकर्मियों को किसी भी जोखिम से बचाने के लिए बचाव अभियान में रोबोट की मदद लेने के विकल्प पर विचार कर रही है। अधिकारियों के अनुसार, सुरंग के अंदर भारी मात्रा में कीचड़ और पानी होने से बचाव अभियान में लगे कर्मियों के लिए बड़ी चुनौती उत्पन्न हो गई है।
श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) परियोजना सुरंग में 22 फरवरी से इंजीनियर और मजदूरों सहित आठ लोग फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ, भारतीय सेना, नौसेना और अन्य एजेंसियों के विशेषज्ञ उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।
सभी संभावनाओं पर विचार
नागरकुरनूल के पुलिस अधीक्षक वैभव गायकवाड़ ने कहा, “हम सभी संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं, चाहे वह सर्वोत्तम उपकरण हों, सर्वोत्तम मानव संसाधन हों, या विशेषज्ञ हों (जो इस तरह की बचाव गतिविधियों में शामिल हैं)। हम उन सभी को शामिल कर रहे हैं। चर्चा के दौरान रोबोट के उपयोग का मुद्दा भी उठा। हम उस विकल्प पर भी विचार कर रहे हैं।
क्या रोबोट सुरंग के अंदर जाएंगे?
रविवार को सुरंग का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों को सुझाव दिया कि यदि आवश्यक हो तो बचावकर्मियों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए सुरंग के अंदर रोबोट का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इस बीच, हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (एनजीआरआई) के वैज्ञानिकों ने मानव उपस्थिति के संकेतों की तलाश में सुरंग के अंदर ‘ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार’ (जीपीआर) सर्वेक्षण किया।
आखिर सीएम ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने रविवार को सुरंग स्थल का दौरा किया और बचाव अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) के निर्माणाधीन खंड के ढह जाने के बाद सुरंग के अंदर फंसे आठ लोगों का वास्तविक स्थान अभी भी ज्ञात नहीं है और उनकी सरकार बचाव प्रयासों में तेजी लाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि क्षतिग्रस्त ‘कन्वेयर बेल्ट’ की मरम्मत के बाद बचाव अभियान में तेजी आएगी। बेल्ट कीचड़ को साफ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उम्मीद है कि बेल्ट सोमवार तक पुनः चालू हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस संकट को हल करने के लिए कृतसंकल्प है और प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए भी तैयार है।