Maha Kumbh 2025: क्या अब प्रयागराज में तोड़ी दी जाएगी टेंट सिटी ?महाकुंभ के बाद क्या है योगी सरकार का प्लान

45 दिवसीय महाकुंभ 2025 का समापन 26 फरवरी को हुआ। प्रयागराज में धार्मिक मेले की तैयारियां महीनों पहले से चल रही थीं। जिसके लिए एक टेंट सिटी का निर्माण किया गया, 1306 किलोमीटर पानी की पाइपलाइन और 1582 किलोमीटर ओवरहेड बिजली केबल भी बिछाई गईं।
महाकुंभ के समापन के बाद अब यह सब हटाने का समय आ गया है। रिपोर्टों के अनुसार, 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान के साथ शुरू हुए इस महाकुंभ में 66.30 करोड़ तीर्थयात्रियों ने भाग लिया। जानिए सरकार और प्रशासन की भविष्य की क्या तैयारियां हैं?

महाकुंभ की क्या तैयारियां थीं?

महाकुंभ में जो बुनियादी ढांचा बनाया गया था, उसे अब हटाने की योजना बनाई जा रही है। इसमें तीन लाख टेंट हाउस, 1306 किलोमीटर भूमिगत जल पाइपलाइन, 1582 किलोमीटर ओवरहेड बिजली केबल, टेंट सिटी के 25 सेक्टरों में बिछाई गई 500 किलोमीटर से अधिक चेकर्ड प्लेटें, 30 पंटून पुल और 1,50,000 शौचालय शामिल हैं। प्रशासन ने इन सभी को ध्वस्त करने की योजना बनाई है।

काम कब शुरू होगा?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम के औपचारिक समापन की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब टेंट सिटी को हटाने का काम शुरू किया जाएगा। दरअसल, सरकार ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके अनुसार मेला समाप्त होने के बाद सरकार के पास 15 दिन का समय होगा। इस दौरान सबसे पहले कचरा साफ किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, मेले का अधिकांश कार्य अस्थायी बुनियादी ढांचे को हटाकर किया जाएगा।

इसमें कितना समय लगेगा?

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता ए.के. द्विवेदी का कहना है कि 500 किलोमीटर से अधिक चेकर्ड प्लेट सड़कों और 30 पंटून पुलों को ध्वस्त करने में 15 मई तक का समय लग सकता है। वहीं, हमारा बुनियादी ढांचा हटाने का काम 31 मई तक हो जाएगा। इसमें 1306 किलोमीटर भूमिगत जल पाइपलाइन, 70,000 जल नल कनेक्शन और 85 ट्यूबवेल भी हटाए जाएंगे।

इसके अलावा 1582 किलोमीटर ओवरहेड लाइट केबल, 45 सबस्टेशन, 78,000 एलईडी लाइट, 2000 हाइब्रिड सोलर लाइट, एंटी ट्रिप इंफ्रास्ट्रक्चर की तीन लेयर हटाने में कम से कम 90 दिन लग सकते हैं।

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