सीएम योगी ने सदन में लगाई सपा की क्लास, बोले- इनका आचरण.

लखनऊ उत्तर प्रदेश विधान परिषद में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में पेंशन योजना का नाम ‘समाजवादी पेंशन योजना’ था। सपा सरकार के दौरान बस सेवा को भी ‘समाजवादी बस सेवा’ कहा जाता था, हर कार्य में ‘समाजवादी’ नाम जोड़ा जाता था। इसी तरह विवेकाधीन धन भी ‘समाजवादी’ बन गया था, लेकिन अब यह धन संवेदनशीलता और बिना किसी भेदभाव के पात्र लोगों तक पहुंचाया जा रहा है।
सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने सदन में कहा, “पिछले साढ़े आठ साल से जाति, क्षेत्र, भाषा के आधार पर बिना किसी भेदभाव के ‘मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष’ से जनता को पैसा दिया जा रहा है। जब समाजवादी पार्टी सत्ता में थी, तो केवल समाजवादी पार्टी से जुड़े लोगों को ही पैसा दिया जाता था… बीजेपी सरकार में बिना किसी भेदभाव के नीति के अनुसार यूपी की जनता को पैसा दिया जा रहा है… आजादी से लेकर 2017 तक यूपी में सिर्फ 17 सरकारी मेडिकल कॉलेज बने, हमारी सरकार बनने के बाद हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज बन रहा है।”
सदन में हंगामे को लेकर मुख्यमंत्री (CM Yogi) ने कहा कि समाजवादी पार्टी, जो दोनों सदनों में मुख्य विपक्षी पार्टी है, उसका आचरण न तो किसी भी स्थिति में लोकतांत्रिक था और न ही संवैधानिक। मुझे लगता है कि पूरा सदन इस बात से सहमत होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने आगे कहा कि जिस प्रकार माननीय राज्यपाल के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया और जिस प्रकार के नारे लगाए गए, वह न तो किसी सभ्य समाज में स्वीकार्य है और न ही एक आदर्श लोकतांत्रिक व्यवस्था में। यह एक दुखद पहलू है कि समाजवादी पार्टी का यह आचरण दोनों सदनों में देखने को मिला है।
विधान परिषद में सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या को लेकर हमारे विरोधी उपहास उड़ाते थे, लेकिन हमको अपने सामर्थ्य पर विश्वास था, राममंदिर आंदोलन में ये लोग हर तरह से रोड़े अटकाने लगे, जब मंदिर बन गया तो ये लोग कहने लगे… ‘राम तो सबके हैं।’