बंगाल के पूर्व मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक राशन घोटाला में जमानत पर बाहर, फिर मिलेगी Z सिक्योरिटी

पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक राशन भ्रष्टाचार मामले में पिछले महीने जमानत पर बाहर आए हैं। राज्य के पूर्व खाद्य मंत्री को ईडी की विशेष अदालत ने जमानत दे दी। अदालत ने उन्हें पांच लाख रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी।
इस बीच खबर आ रही है कि ज्योतिप्रिया मल्लिक को फिर से जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी। आपको बता दें कि ज्योतिप्रिय मल्लिक को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का करीबी माना जाता है।
जेड श्रेणी सुरक्षा क्या है?
जेड श्रेणी की सुरक्षा भारत में तीसरी सबसे ऊंची सुरक्षा श्रेणी है। यह सुरक्षा उन लोगों को दी जाती है जिनके जीवन को किसी भी प्रकार का खतरा हो सकता है। यह सुरक्षा राजनेताओं, न्यायाधीशों, मशहूर हस्तियों, उद्योगपतियों, फिल्मी सितारों और अन्य महत्वपूर्ण लोगों को दी जाती है। आपको बता दें कि देश में कुल 5 सुरक्षा श्रेणियां हैं। इनमें Z+, Z, Y+, Y और X शामिल हैं। जेड श्रेणी को सुरक्षा की तीसरी सबसे ऊंची श्रेणी माना जाता है। जेड श्रेणी की सुरक्षा में 22 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। इनमें 4 या 6 एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) कमांडो और अन्य सशस्त्र सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। इस सुरक्षा के तहत एक एस्कॉर्ट कार भी उपलब्ध कराई जाती है, जो हर समय सुरक्षा घेरे के रूप में साथ चलती है। यह सुरक्षा आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) या सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) द्वारा प्रदान की जाती है। आवश्यकतानुसार स्थानीय पुलिस भी इसमें सहयोग करती है। जेड श्रेणी में 2 निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) होते हैं जो हर समय संरक्षित व्यक्ति के साथ रहते हैं।
इस सुरक्षा का खर्च कौन वहन करता है?
जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने के लिए कई सुरक्षाकर्मियों का एक काफिला बनाया जाता है, जिसमें सुरक्षा वाहन भी शामिल होते हैं। इसका खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है। 2014 में एक आरटीआई के जवाब में यह स्पष्ट किया गया था कि सुरक्षा व्यय राज्य सरकार द्वारा ही वहन किया जाता है।
जेड श्रेणी सुरक्षा क्या है?
जेड श्रेणी की सुरक्षा भारत में तीसरी सबसे ऊंची सुरक्षा श्रेणी है। यह सुरक्षा उन लोगों को दी जाती है जिनका जीवन किसी भी प्रकार के खतरे में हो सकता है। यह सुरक्षा राजनेताओं, न्यायाधीशों, मशहूर हस्तियों, उद्योगपतियों, फिल्मी सितारों और अन्य महत्वपूर्ण लोगों को दी जाती है। आपको बता दें कि देश में कुल 5 सुरक्षा श्रेणियां हैं। इनमें Z+, Z, Y+, Y और X शामिल हैं। जेड श्रेणी को सुरक्षा की तीसरी सबसे ऊंची श्रेणी माना जाता है। जेड श्रेणी की सुरक्षा में 22 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। इनमें 4 या 6 एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) कमांडो और अन्य सशस्त्र सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं। इस सुरक्षा के तहत एक एस्कॉर्ट कार भी उपलब्ध कराई जाती है, जो हर समय सुरक्षा घेरे के रूप में साथ चलती है। यह सुरक्षा आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) या सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) द्वारा प्रदान की जाती है। आवश्यकतानुसार स्थानीय पुलिस भी इसमें सहयोग करती है। जेड श्रेणी में 2 निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) होते हैं जो हर समय संरक्षित व्यक्ति के साथ रहते हैं।